बुलेट्स एमएक्स प्लेयर पर रिलीज होने वाली नई सीरीज है। इसकी खास बात है कि इसमें हीरो कोई लड़का नहीं है बल्कि दो लड़किया हैं। उनमें से एक सनी लियोन हैं और दूसरी करिश्मा तन्ना हैं। इनमें सनी लियोन थोड़ी मॉडल की तरह हैं जिन्हें मस्ती करना अच्छा लगता है जबकि करिश्मा तन्ना काफी होशियार हैं। वह एक तरफ सनी को संभालती हैं तो दूसरी तरफ ख़तरनाक गुंडों का मुकाबला करती हैं।
बुलेट्स की कहानी किसी हॉलीवुड की फ़िल्म की तरह शुरू होती है। एक मंत्री हेमंत करोड़े (विवेक वासवानी) के बेटे का एक पार्टी में मर्डर हो जाता है। इस पार्टी में बहुत ही अमीर लोग शामिल हैं। मंत्री का बेटा अपनी गर्लफ्रेंड टीना (सनी लियोन) को मार रहा होता है। उसी के पास वाले कमरे में लोलो (करिश्मा तन्ना) कुछ सीक्रेट फाइल चुरा रही है। टीना को बचाने के चक्कर में लोलो से मंत्री के बेटे सनी की हत्या हो जाती है।
मंत्री का पर्सलन गुंडा केतू (दीपक तिजोरी) मौत के साये की तरह इन दोनों लड़कियों को खोज रहा है। पुलिस वाला अमान इन दोनों लड़कियों को खोज़ रहा है। यह दोनों लडकियां हॉटल, स्विमिंग पूल, बार, डान्स बार में मजे ले रही हैं। इसी बीच इनका गुंडों से सामना भी हो जाता है। यह बहुत ही चालाकी से गुंडो को मात देकर वहां से भाग भी जाती हैं। यही सब 6 एपिसोड की सीरीज में चल रहा है।
दीपक तिजोरी को इतने दिन बाद देखकर कैसा लगा
इस सीरीज में स्टार की अगर बात करें तो दीपक तिजोरी ऐसे कलाकार है जिन्हें एक्टिंग का तीस साल से ज़्यादा का तजुर्बा है। उन्होंने अपने जमाने के हर बडे स्टार के साथ में काम किया है। कुछ बहुत ही अच्छी फ़िल्में भी की हैं। इस सीरीज में उन्होंने केतु नामक एक गुंडे का किरदार निभाया है जो एक मिनिस्टर के लिए काम करता है। उसके पास गुंडों की एक पूरी फौज है लेकिन सीरीज के देखने पर मालूम होता है कि वो कर कुछ नहीं पा रहे हैं। वह एक्टिंग भी कुछ खास नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनके सामने वाले एक्टर उस तरह का स्पेश ही नहीं दे पा रहे हैं।
दीपक को टेर्लर में देखकर जिनको लगा था कि सीरीज में बहुत कुछ होने वाला है। उन लोगों को निराशा हो सकती है क्योंकि उनके पास करने को कुछ है ही नहीं। उनके साथ में विवेक वासवानी तो बस डॉयलॉगबाजी करते दिखते हैं। डॉयलॉगबाज़ी की अगर बात करें तो हर किरदार इमोशन से दूर बस बयानबाज़ी करने में लगा है। दीपक को छोड़कर किसी के चेहरे पर सही भाव नहीं दिखते हैं।
टीना और लोलो
टीना एक मॉडल लड़की है। एक मंत्री का बेटा उसे प्रमोट करने के बहाने उसका इस्तेमाल कर रहा है। टीना उसका विरोध नहीं कर पाती है। लोलो जिसका मंगेतर मर चुका है। उसके मरने में भी हेमंत करोड़े का ही हाथ है।
लोलो अपनी जान पर खेलकर टीना की जान बचाती है। टीना और लोलो दोनों साथ में गुंडों से और पुलिस से बच रहे हैं। इन दोनो के बीच एक रिश्ता बनता जाता है। यह दोनों एक दूसरे के लिए जरूरी होते जाते हैं। यह सब स्क्रीन पर कुछ देर के लिए अच्छा लगता है लेकिन बहुत सीन में देखकर लगता है कि सनी लियोन को जैसे निर्देशक ने एक्टिंग के लिए लिया ही नहीं था। वह अगर उनसे फालतू के सीन कराने की जगह एक्टिंग कराते तो शायद सीरीज और अच्छी हो सकती थी।
देखें ना देखें?
फ़िल्म को देखने वालों का अपना एक नज़रिया होता है। इस सीरीज को अगर कहानी के लिहाज़ से देखा जाये तो यह किसी फ़िल्म की कहानी लगती है। निर्देशक ने जिसे तोड़कर 6 पार्ट में वेबसीरीज बना दिया है। यही कारण है कि एक सीरीज के हिसाब से घटनाएं बहुत ही कम हैं। कुछ बातें लेकिन ऐसी भी हैं जिनके लिए सीरीज को देखा जा सकता है। जैसे लोलो और टीना की हॉलीवुड जैसी जोड़ी और उनके खुले विचार।
निर्देशक: देवांग ढोलकिया
कलाकार: सनी लियोन, करिश्मा तन्ना, विवेक वासवानी, दीपक तिजोरी, मोहन कपूर।
प्लेटफार्म: एमएक्स प्लेयर